■ पूजा कक्ष के लिए वास्तु-
पूजा कक्ष शांति का स्थान है जहां आपकी सभी प्रार्थनाएं सुनी जाती हैं। भवन का ईशान कोण (NE) का भाग पूजा कक्ष के लिए सबसे शुभ माना जाता है। इस क्षेत्र में सूर्य की पहली किरणें पड़ती हैं, जो इसे आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण बनाती हैं। यह हमारे मन की स्थिति को उन्नत करता है,अच्छा स्वास्थ्य, खुशी लाता है और हमारी आंतरिक शक्ति का निर्माण करने में मदद करता है। पूजा कक्ष में कभी भी देवताओं की तस्वीरों के साथ मृत व्यक्तियों या गुरुओं की तस्वीरें रखना अच्छा नही माना जाता है। जिन घरों मे पूजा कक्ष मे साफ-सफाई नही रहती है अंधेरा रहता है उन घरो मे आर्थिक समस्याए, शत्रुओ से समस्याए स्वास्थ्य समस्याए, हमेशा बनी रहती है।