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नया घर बनाने से पहले जान लो जरूरी बातें-

आज के दौर मे जो भी घर बनबाता है उनमे ज्यादातर सभी की पहली प्राथमिकता होती है कि घर अच्छा दिखना चाहिए ओर जमीन का उपयोग भी ज्यादा से ज्यादा हो जिसमे लगभग सभी चीजे बन जाए, ओर इंजीनियर लोग ऐसे कार्य को करने मे माहिर होते है। उनसे कहो, मेरा घर पूरा वास्तु से बनना चाहिए तो वह तुरंत बोल देते है अरे मे जो भी घर का नक्शा बनाता हूॅ वह पूरा वास्तु को ध्यान मे रखकर ही बनाता हू आप इसकी बिल्कुल भी चिंता मत करिये, ऐसा सुनके नक्शा बनवाने वाले को भी भरोसा हो जाता है अब मेरा बनने वाला घर पूरा वास्तु अनूकुल बन रहा है। लेकिन कुछ साल बाद जब उसी घर मे समस्याए होने लगती है तब वह किसी प्रोपर वास्तुशास्त्री को अपने घर का मैप दिखाता है तब उसे समझ आता है कि इसमे तो वास्तु का ना के बराबर ध्यान दिया गया है। दोस्तो, मे ऐसे कई इंजीनियरो के लिए घर के वास्तुअनुकूल प्लान उनको बनाकर दे चुका हूॅ। इसीलिए ही मे इतने भरोसे से बता रहा हूॅ। देखिये, जेसे कोई दिमाग का विशेषज्ञ डाॅक्टर हो तो उसे भी दिल की कुछ तो जानकरी हो ही जाती है, ठीक उसी तरह दिल की विशेषज्ञा वाले डाॅक्टर को भी दिमाग की कुछ तो जानकारी हो ही जाती है। इसका यह मतलब नही कि वह एक दूसरे के काम को बडी सरलता से कर सकते है। बस यही बात एक वास्तुविशेषज्ञ,ओर एक इंजीनियर के बीच मे लागू होती है। दोनो अपने अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ है ओर अपने अपने क्षेत्र के सभी माहिर होते है। जब भी किसी को अपना नया घर, नया दुकान या नया फैक्ट्री को बनाना हो तो, सबसे पहले उसे एक अच्छा वास्तु अनूकुल प्लाट लेना चाहिए या पहले से ही उसके पास प्लाट है तो किसी अच्छे अनुभवी वास्तुविशेषज्ञ को प्लाट दिखाना चाहिए, उसके बाद मे अच्छे अनुभवी वास्तुविशेषज्ञ से ही उस घर,दुकान,फैक्ट्री के लिए अपनी रिक्वायरमेंट के अनुसार उसका प्लान बनवाना चाहिए उसके बाद मे ही किसी इंजीनियर,आर्किटेक्चर आदि की सलाह लेना चाहिए ओर इसके साथ मे एक विद्वान पंडित से परामर्श करके एक शुभ मुहूर्त का पता करके उस शुभ मुहूर्त मे निर्माण कार्य सुरू करना चाहिए। यदि इस प्रकार आप अपने घर आदि के लिए प्लानिंग करेंगें तो निश्चित है उस बनने वाले घर आदि मे वास्तु से सम्बंधित कोई भी समस्या नही होगी, इस प्रकार बनाये गये निर्माण मे रहने वालो का जीवन सुखद सरल रहेगा। लेकिन, आमतौर पर कुछ पेसे बचाने के चक्कर मे हम गलती कर देते है जिसके कारण बाद मे हम परेसान होते है।